सेवा परमो धर्म: - सेवा ही सर्वोच्च धर्म है
एक ऐसे दिव्य धाम की स्थापना जो न केवल श्रद्धालुओं के लिए पूजा एवं साधना का पावन केंद्र हो, अपितु सम्पूर्ण मानव समाज के लिए आध्यात्मिक जागरण का स्रोत बने।
समाज सेवा, गौ संरक्षण, वृक्षारोपण और पर्यावरण संरक्षण के माध्यम से मानव कल्याण और प्रकृति संरक्षण की दिशा में कार्य करना।
इस पवित्र धाम में सवा लाख (1,25,000) शिवलिंगों की प्रतिष्ठा की जाएगी, जो भगवान शिव की अनंत महिमा, चेतना एवं सार्वभौमिक एकता का प्रतीक हैं।
यह परियोजना केवल धार्मिक महत्व की नहीं है, अपितु यह एक समग्र मानव कल्याण की भावना से प्रेरित प्रयास है, जिसका उद्देश्य जीवन के विभिन्न पक्षों — अध्यात्म, पर्यावरण, संस्कृति और सेवा — के मध्य संतुलन स्थापित करना है।
यह धाम आत्मिक शांति, ध्यान, योग एवं सदाचार की अनुभूति का केंद्र होगा।
हमारी प्राचीन संस्कृति एवं परंपराओं का संरक्षण एवं प्रचार-प्रसार।
वृक्षारोपण, जल-संरक्षण एवं प्राकृतिक जीवन शैली को बढ़ावा।
1,25,000 शिवलिंगों के माध्यम से ब्रह्मांडीय चेतना का साकार स्वरूप
भक्ति, ज्ञान, सेवा, संस्कृति और पर्यावरण का अद्भुत संगम
सवा लाख शिवलिंगों से निर्मित दिव्य शक्ति पीठ
विभिन्नताओं में एकता का जीवंत प्रतीक
समाज में सकारात्मक बदलाव लाने में हमारी मदद करें
शिवलिंग प्रतिष्ठा सहयोग
पूर्ण अनुष्ठान सहित
विशेष पूजा अधिकार
नामांकन + प्रमाणपत्र
विशेष स्मारिका + यात्रा
हमारे आध्यात्मिक कार्यों और सामुदायिक सेवा की झलकियां
हमारे सेवा कार्यों से जुड़े लोगों की आध्यात्मिक यात्रा और अनुभव
आपके विचार एवं सहयोग हमारे लिए अमूल्य हैं